वन महोत्सव पर स्पीच- वन महोत्सव लोगों में पेड़ों को काटने से होने वाले नुकसान के प्रति सजगता फैलाने में सहायक है. वन महोत्सव लोगों द्वारा घरों, ऑफिसों, स्कूलों, कॉलेजों आदि में पौधों का पौधारोपण कर मनाया जाता है. इस अवसर पर अलग अलग स्तर पर जागरुकता अभियान चलाये जाते हैं. लोगों को प्रोत्साहित करने लिये विभिन्न संगठनों व वॉलंटियर्स द्वारा निशुल्क पौधों का वितरण भी किया जाता है, इसी को देखते हुए आज हम आपको पेश करने जा रहे है, van mahotsav day speech in hindi, importance of van mahotsav speech, speech on Forest Festival in Hindi, van mahotsav speech in school, जिसको आप सोशल मीडिया पर आसानी से शेयर कर सकते है |

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Speech On Van Mahotsav in Hindi
वन महोत्सव जुलाई के पहले सप्ताह में मनाया भारत में एक वार्षिक पेड़ लगाकर त्योहार है, इस आंदोलन कृषि के लिए भारत के केन्द्रीय मंत्री , Kulapati Dr.KM मुंशी द्वारा वर्ष 1950 में शुरू किया गया था, यह पर्व अपार राष्ट्रीय महत्व प्राप्त की है और हर साल , पौधे के लाखों वन महोत्सव सप्ताह के अवलोकन में पूरे भारत भर में लगाए हैं |
इस महोत्सव के दौरान सरकार द्वारा भी लाखों पेड़ लगाए जाते हैं और साथ ही कई ऐसी संस्थाएं भी होती हैं जो कि जगह जगह पर पौधारोपण करती है. वन महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य यही है कि लोग पेड़ों का महत्व समय रहते ही समझ जाएं और अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करें.
वन महोत्सव पर पौधे लगाकर कई उद्देश्यों को साधा जाता है जैसे वैकल्पिक इंधन व्यवस्था, खाद्यान्न संसाधन बढ़ाना, उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिये खेतों के चारों ओर शेल्टर बेल्ट बनाना, पशुओं के लिये चारा उत्पादन, छाया व सौंदर्यकरण, भूमि संरक्षण आदि . यह लोगों में पेड़ों के प्रति जागरुकता की शिक्षा का उत्सव है और यह बताता है कि पेड़ लगाना व उनका रखरखाव करना ग्लोबल वार्मिंग व प्रदूषण को रोकने में सबसे अच्छा रास्ता है. वन महोत्सव जीवन के उत्सव तरह मनाया जाता है.
यह भारत के प्रत्येक नागरिक को वन महोत्सव सप्ताह में एक पौधा संयंत्र के लिए है कि उम्मीद है. यह घरों में पेड़ या पौधे लगाकर वन महोत्सव का जश्न मनाने trees.People के नीचे काटने की वजह से नुकसान के बारे में लोगों के बीच फैल जागरूकता में मदद करता है ,
वन महोत्सव स्पीच इन हिंदी
भारत में इसे धरती माता की रक्षा के लिये धर्म युद्ध की तरह शुरु किया गया था. वन महोत्सव का मतलब पेड़ो का उत्सव है. इसकी अनौपचारिक शुरुआत जुलाई 1947 में दिल्ली में सघन वृक्षारोपण हेतु आन्दोलन के रूप में बीड़ा उठाकर की गयी थी, जिसमें डा. राजेन्द्र प्रसाद और जवाहरलाल नेहरु सिरीखे राष्ट्रीय नेताओं ने शिरकत की थी. इसके साथ साथ यह उत्सव कई राज्यों में मनाया गया था. तब से भिन्न-भिन्न प्रजातियों के हजारों पौधे वन विभाग जैसी विभिन्न स्थानीय एजेंसियों की प्रभावशाली सहभागिता से लगाते है.
भारत में निरंतर वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण हमारे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था. और जितने पेड़ों की कटाई की जा रही थी उसमें से आधे भी नहीं लगाई जा रहे थे. जिसके कारण वनों को बचाने के लिए सरकार द्वारा जुलाई माह में वन महोत्सव का आयोजन किया गया इसको वन महोत्सव नाम इसलिए दिया गया, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग पेड़ लगाएं और एक दूसरे को इस बारे में सचेत करें कि पेड़ लगाना हमारे जीवन के लिए कितना आवश्यक हैं.
हम लोग अपने जीवन में कई प्रकार से उत्सव मनाते हैं । पारिवारिक सामाजिक धार्मिक एवं राष्ट्रीय उत्सवों में लोग बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं । परंतु वन महोत्सव इस सबसे बढ़कर ऐसा उत्सव है जो हमारे जीवन को सच्चा सुख प्रदान करता है, यह महोत्सव हमें प्रकृति से जोड़ता है । यह हमें याद दिलाता है कि हे मानव, वनों के बिना तेरा कल्याण नहीं है । वन समस्त प्राणी जगत् के उत्तम साथी हैं । वृक्षों का समूह जो कि वन कहलाता है हमारे जीवन के आधार हैं |
Speech On Van Mahotsav in School
In India it was started like a religion war to protect Mother Earth. Forest Festival means festival of trees. Its informal start was undertaken in Delhi in July 1947 as a movement for intensive tree plantation, in which national leaders including Dr. Rajendra Prasad and Jawahar Lal Nehru participated. Along with this the festival was celebrated in many states. Since then, thousands of different species of different species are planted with effective participation of various local agencies like forest department.
Due to the indiscriminate harvest of continuous deforestation in India, our environment was adversely affected. And half of the trees which were being harvested were not even being used. Due to this, the forest festival was organized by the government in July to promote forests, hence it was given the name of Van Mahotsav, so that more and more people should plant trees and alert each other about the tree plantation of our lives. How much are required for
We celebrate in many different ways in our lives. People take part in family social and national festivals. But the Van Mahotsav is the highest celebration that gives true happiness to our life, this festival connects us with nature. It reminds us that human beings are not your welfare without forests. Forests are the perfect companions of all creatures world. A group of trees that are called forests are the basis of our lives
Van Mahotsav Speech in Hindi
हमारे देश की प्राचीन संस्कृति में वृक्षों की पूजा और आराधना की जाती है|तथा नेतृत्व की उपाधि दी जाती है|बच्चों को प्रकृति ने मानव की मूल आवश्यकता से जोड़ा है| किसी ने कहा है कि- वृक्ष ही जल है, जल ही अन्न है,और अन्न ही जीवन है| यदि वृक्ष न होते तो नदी और आसमान ना होते वृक्ष की जड़ों के साथ वर्षा का जल जमीन के भीतर पहुंचता है, वन हमारी सभ्यता और संस्कृतिके रक्षक है|शांति और एकांत की खोज में हमारे ऋषि मुनि वनों में रहते थे, वहां उन्होंने तत्व ज्ञान प्राप्त किया और वह विश्व कल्याण के उपाय भी सोचते, वही गुरुकुल होते थे| जिसमें भावी राजा, दार्शनिक, पंडित आदि शिक्षा ग्रहण करते थे|
आयुर्वेद के अनुसार पेड़ पौधों की सहायता से मानव को स्वस्थ एवं दीर्घायु किया जा सकता है| तीव्र गति से जनसंख्या बढ़ने तथा राष्ट्रों के ओद्योगिक विकास कार्यक्रमों के कारण पर्यावरण की समस्या गंभीर हो रही है| प्राकृतिक साधनों के अधिक और अधिक उपयोग से पर्यावरण बिगड़ता जा रहा है|वृक्षों की भारी तादाद में कटाई से जलवायु बदल रही है|ताप की मात्रा बढ़ती जा रही है, नदियों का जल दूषित होता जा रहा है, वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड गैस की मात्रा बढ़ रही है, इसे भी भावी पीढ़ी के स्वास्थ्य को खतरा है |
वन महोत्सव पर पौधे लगाकर कई उद्देश्यों को साधा जाता है जैसे वैकल्पिक इंधन व्यवस्था, खाद्यान्न संसाधन बढ़ाना, उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिये खेतों के चारों ओर शेल्टर बेल्ट बनाना, पशुओं के लिये चारा उत्पादन, छाया व सौंदर्यकरण, भूमि संरक्षण आदि आदि. यह लोगों में पेड़ों के प्रति जागरुकता की शिक्षा का उत्सव है और यह बताता है कि पेड़ लगाना व उनका रखरखाव करना ग्लोबल वार्मिंग व प्रदूषण को रोकने में सबसे अच्छा रास्ता है. वन महोत्सव जीवन के उत्सव तरह मनाया जाता है |
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